Online fraud money recovery: जानिए अपना पैसा वापस कैसे पाएं

आज जैसे जैसे इंटरनेट सबके पास पहुंच रहा है फ्रॉड के नए तरीके आ गए हैं इसलिए आज के इस डिजिटल युग में ऑनलाइन लेन-देन ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है, लेकिन इसके साथ-साथ ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। कई बार लोग अनजाने में साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं और अपना कीमती पैसा गँवा बैठते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि online fraud money recovery कैसे की जा सकती है और किन कदमों को तुरंत उठाना चाहिए।
ऑनलाइन फ्रॉड के सामान्य तरीके
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि ऑनलाइन फ्रॉड किस-किस प्रकार से हो सकता है:
फर्जी बैंक कॉल्स या OTP पूछ कर ठगी-

इसमें आपके पास एक फर्जी कॉल करके आपको लालच देंगे जैसे की आपका लकी ड्रा में कार निकली है जिसके लिए सिक्योरिटी मनी भरना है और आप कार के लालच में रूपये देकर ठगी का शिकार बन जाते हैं।
फेक वेबसाइट्स से शॉपिंग-

आज कल फर्जी साइट बना कर Scammer उसमें सस्ते सस्ते सामान और डिस्काउंट लालच देकर ठगी का शिकार करते हैं।
सोशल मीडिया पर लिंक भेजकर डेटा चोरी-

आज के समय में ये बहुत ट्रेंड कर रहा है जिसमे Scammer सोशल मीडिया के माध्यम से Fake Link भेज कर लोगो के साथ ठगी का शिकार करते हैं।
फर्जी नौकरी या निवेश स्कीम के जरिए ठगी-

इसमें Scammer नौकरी का झांसा देंगे या आप से कहेंगे की मात्र 30 दिन में आपका रुपया डबल हो जायेगा और इंसान लालच में आ कर ठगी का शिकार हो जाता है।
QR कोड स्कैम-
इसमें Scammer आपको QR code या आपको किसी Website या किसी फेक App में आप से कहेगा की QR कोड को स्कैन करिये और रूपये पाइये और आप जब उस QR को स्कैन करते हैं तो उसमे रूपये लिख कर आ जाते हैं और आप सोचते हैं की यह रूपये मुझे मिलेंगे लेकिन आप जैसे ही अपना UPI का पिन डालते है और आप ठगी का शिकार हो जाते हैं।
डिजिटल अरेस्ट-

इसमें ठग आपके पास वीडियो काल या ऑनलाइन मेल के माध्यम से ठगते हैं, इसमें अपराधी लोगो को खुद को सरकारी अधिकारी या केंद्रीय जाँच एजेंसी या अपने आप को पुलिस बता कर लोगो धमकाते हैं जिसे डिजिटल अरेस्ट स्कैम या धोखाधड़ी भी कहा जाता है, एक प्रकार का ऑनलाइन घोटाला है जिसमें अपराधी उन पर गैरकानूनी गतिविधियों जैसे पहचान की चोरी या मनी लॉन्ड्रिंग या अन्य कोई आरोप में शामिल होने का झूठा आरोप लगाते हैं।
Online Fraud Money Recovery के लिए जरूरी कदम

अगर आप ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हुए हैं, तो घबराएं नहीं। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
1. 24x7 साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत करें
भारत सरकार ने 24×7 हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया है जहाँ आप तुरंत कॉल कर सकते हैं और अपनी
शिकायत दर्ज कर सकते हैं। जिसमे आप अपनी समस्त जानकारी जैसे की transaction Id और जो भी सबूत आपके पास
हों वो आप हेल्पलाइन नंबर पर फ़ोन करके बता
सकते हैं और शिकायत दर्ज करा सकते
हैं।
2. Cyber Crime पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करें
आप https://cybercrime.gov.in पर जाकर online fraud money recovery के लिए शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यहां आपको लॉगिन करना होगा और सभी डिटेल्स भरनी होंगी। जैसे की transaction Id और यदि आपने कॉल रिकॉर्ड किया हो तो वह या कोई और सबूत जो आपके पास हो।
3. अपने बैंक को तुरंत सूचित करें
अगर आपने बैंकिंग फ्रॉड झेला है, तो तुरंत अपने बैंक को कॉल करके ट्रांजैक्शन को ब्लॉक करवाएं। यदि हो सके तो अपने खाते का बैलेंस किसी और खाते में ट्रांसफर कर लें और फिर तुरंत कंप्लेंट करें, कई मामलों में समय रहते सूचना देने से पैसा रिकवर हो सकता है।
4. FIR दर्ज करवाएं
आप अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर FIR दर्ज करवा सकते हैं। पुलिस की सहायता से भी online fraud money recovery संभव हो सकती है। सरकार ने कई शहरो में Cyber थाने खोल रखे हैं यदि आपके पास में ही Cyber थाना हो तो उसमे कंप्लेंट करें या फिर अपने नजदीकी किसी थाने में जा कर FIR करें।
क्या ऑनलाइन फ्रॉड का पैसा रिकवर हो सकता है?

हाँ, अगर आप तुरंत और सही कदम उठाते हैं, तो आपके पैसे की online fraud money recovery संभव है। कई मामलों में बैंक और साइबर सेल समय रहते कार्रवाई कर देते हैं जिससे पैसा आपके अकाउंट में वापस आ सकता है। लेकिन ऐसा बहुत से मामलों में ऐसा संभव नहीं हो पता है इसलिए यदि आपके साथ फ्रॉड हो गया हो तो आप कोशिश कीजिये की आपके पास जो भी सबूत हो वो सब आप संभाल कर रखे रहिये और समय रहते कंप्लेंट कर दीजिये नहीं तो आपके रूपये मिल पाना मुश्किल हो जायेगा
Online Fraud से बचने के टिप्स
किसी से OTP या बैंक डिटेल्स शेयर न करें-

आपको किसी से भी अपन One Time Password (OTP) शेयर नहीं करना है और आप जब भी कही ऑनलाइन पेमेंट अपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड के माध्यम से कर रहे हैं तो आपके पास जो भी OTP आये आपको ये चेक करना है की अपने जितने रूपये का पेमेंट कर रहे हैं उतने रूपये के लिए OTP आया है कहीं ऐसा तो नहीं की उससे ज्यादा रूपये का OTP आपके पास आया हो और वो OTP अपने दर्ज कर दिया हो और आप फिर ठगी का शिकार हो जायेंगे।
अनजान लिंक या QR कोड पर क्लिक न करें-
आपको किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना है नहीं तो हो सकता है आपका मोबाइल या लैपटॉप उस लिंक माध्यम से हैक हो सकता है और वो ठग आपके मोबाइल से आपकी बैंक डिटेल्स लेकर आपके खाते से निकाल सकता है और आपके मोबाइल का कीमती डाटा भी चुरा सकता है इसलिए आपको न तो अनजान लिंक पर क्लिक करना है, और न ही किसी अनजान QR को रूपये प्राप्त करने के लालच में स्कैन करना है, आपको यह याद रखना है की QR कोड से हम लोग रुपए दूसरे को भजते हैं और आप अपने QR से रूपये प्राप्त करेंगे और दूसरे के QR से रूपये आपके खाते से कटेंगे आपको प्राप्त नहीं होंगे।
ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप से ही ट्रांजैक्शन करें-
आप जो भी Transaction करें वो UPI से रजिस्टर्ड हो या भारत सरकार से रजिस्टर्ड हो। या फिर आप बैंक की app का प्रयोग कर सकते हैं।
सोशल मीडिया पर पर्सनल जानकारी न डालें-

आपको कभी अपने सोशल मीडिया पर अपने बैंक खाते जानकारी या अपना UPI पिन या अपना ATM कार्ड का पिन कुछ भी आपको अपने सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करना है।
एंटी-वायरस और फायरवॉल का इस्तेमाल करें-
अब मोबाइल के लिए भी एंटीवायरस आने लगे हैं और लैपटॉप के पहले से आ रहे हैं इसलिए अपनी सुरक्षा के लिए आप एंटीवायरस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
निष्कर्ष
ऑनलाइन फ्रॉड एक गंभीर समस्या है, लेकिन जागरूकता और समय रहते उठाए गए कदमों से इससे बचा जा सकता है और पैसा भी वापस पाया जा सकता है। अगर आप या आपके किसी जानने वाले के साथ ऐसा हुआ है, तो तुरंत ऊपर बताए गए स्टेप्स को अपनाएं और online fraud money recovery की प्रक्रिया को शुरू करें हो सकता है की आपका रुपया आपको वापस मिल जाये बस आपको यह याद रखना है की यदि आपके साथ फ्रॉड हो जाये तो आप घबराये नहीं और सारी बात घर वालों को जरूर बताएं और थाने में जा करके FIR जरूर करें शर्म जरा सा भी नहीं करें क्यूंकि यह किसी के साथ भी हो सकता है।
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